Path to humanity

Path to humanity
We cannot despair of humanity, since we ourselves are human beings. (Albert Einstein)

Friday, November 13, 2015

नन्ही चिड़िया
Little Bird

चकबक चकबक करती चिड़िया
आकाश तले थी उड़ती चिड़िया
और भी ऊंचा उड़ना चाहे
अस्तित्व-युद्ध थी लड़ती चिड़िया
जब बादल काले घने घुमड़ते
दुबक-सुबक कर डरती चिड़िया
संसार है विस्तृत जाना तब उसने
स्वलक्ष्य बिना क्या करती चिड़िया

पंख छिटककर दूर जा गिरे
जी जीकर थी मरती चिड़िया
खून बहा और दर्द भी हुआ
फिर भी थी और निखरती चिड़िया
ये जीवन है बिलकुल उस जैसा
जैसी है ये कोमल चिड़िया
चकबक चकबक करना चाहे
मेरे मन की नन्ही चिड़िया

-Snehil Srivastava
Picture credit: www.hqhdwalls.com
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© Snehil Srivastava

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