Path to humanity

Path to humanity
We cannot despair of humanity, since we ourselves are human beings. (Albert Einstein)

Thursday, August 16, 2012

इन सबसे अच्छा क्या होता...?



इन सबसे अच्छा क्या होता
चारों ओर फैले पहाड़ों से
आसमां में छिपे तारों से
पानी की इस आवाज़ से
दिल के ठन्डे एहसास से
उस दूर चमकती रौशनी से
जो महसूस होती है सिर्फ यहीं से
इस सर्द हवा की सिहरन से
दिल की मंद धड़कन से
असीम शांति की हूंक से
प्रकृति के इस सुन्दर रूप से
आसमां-धरती के मिलन से
इस सच होते स्वप्न से
कोमल ठंडी साँसों से
इन काली खाली रातों से
अकेलेपन के साथ से
दूर सुनाई देती, उस आवाज़ से
इन सबसे अच्छा क्या होता...!!

इन सबसे अच्छा होता-
पहाड़ों पर तुम्हारा साथ
इन छिपे तारों की नीचे, बीती रात 
हम साथ पानी की आवाज़ सुन पाते
दिल की इस ठंडक को महसूस कर पाते
उस दूर चमकती रौशनी तक साथ पहुँचते
वहां जाकर ही उसे महसूस करते
हवा की इस सिहरन को हम मिटा देते
दिल की धड़कन को और बढ़ा देते
असीम शांति और गहरी हो जाती
प्रकृति की सुन्दरता और बढ़ जाती
आसमां-धरती जैसा होता हमारा मिलन
पूरे करते, साथ देखे- सारे अधूरे स्वप्न
ठंडी सांसें एक हो जाती
ये काली खाली रातें दूर हो जाती
बस, तुम्हारा साथ होता
जो सारी दूरियां मिटा देता
इन सबसे अच्छा होता- तुम्हारा साथ!!

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