Path to humanity

Path to humanity
We cannot despair of humanity, since we ourselves are human beings. (Albert Einstein)

Wednesday, June 3, 2009

मुश्किल है...


".....मोहब्बत का इरादा अब बदल जाना भी मुश्किल है,
तुझे खोना भी मुश्किल है, तुझे पाना भी मुश्किल है.
जरा सी बात पर आंखें भिगो के बैठ जाते हो,
तुझे अब अपने दिल का हाल बताना भी मुश्किल है,
उदासी तेरे चहरे पे गवारा भी नहीं लेकिन,
तेरी खातिर सितारे तोड़ कर लाना भी मुश्किल है
यहाँ लोगों ने खुद पे परदे इतने डाल रखे हैं,
किस के दिल में क्या है नज़र आना भी मुश्किल है,
तुझे ज़िन्दगी भर याद रखने की कसम तो नहीं ली
पर एक पल के लिए तुझे भुलाना भी मुश्किल है......"
                                                              By- Anonymous 

2 comments:

  1. Dear..Its really itz heart melting.

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  2. this is not mine..I am in between the editing of which one is my work and which one is not...but whoever wrote this... is deserving for your words..thanks on behalf of him...
    Snehil

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