उसने किया था युद्ध इन्हीं ढोंगी रक्षकों से
बचाने को अपनी अस्मिता, अपना सम्मान
लड़ती रही वो आख़िर तक
हे नीच समाज! नहीं नीचा हुआ उसका मस्तक
उनपर बिफरती हुई चेतावनी दे रही है
कि होकर परास्त-
फट जायेगी ये धरती
और फिर कभी ना संवरेगी
Picture credit: www.brstarcenter.wordpress.com
बचाने को अपनी अस्मिता, अपना सम्मान
लड़ती रही वो आख़िर तक
हे नीच समाज! नहीं नीचा हुआ उसका मस्तक
उनपर बिफरती हुई चेतावनी दे रही है
कि होकर परास्त-
फट जायेगी ये धरती
और फिर कभी ना संवरेगी
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© Snehil Srivastava